Lord Krishna is the most popular deity, worshipped across many traditions of Hinduism in a variety of different perspectives. According to Puranans Lord Krishna recognized as an avatar of the god Vishnu.
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Last Updated: October 20, 2014
Last Updated: June 8, 2014
Best Mantra For Meditation (Hare Krishna - Maha Mantra)
This mantra is a great holy and devotional mantra; it is
used to worship of god Krishna and Rama.It isn't an ordinary spells, it have been considered as
the maha-mantra of sixteen words according to Veda, Purana and holy texts.
Last Updated: June 6, 2014
Universal Strategy - Worldly people's perception
Nowadays people's concept and philosophy has totally changed about god and his perception. They are thinking about modern culture and creating a dynamic routine in their daily life but they don't satisfied in reality. they are living tense for work and time.
There are two types of people in the world. First is selfish, which is only concerned with his work and do not care of others. Such People become oblivious to knowing everything and they do not reaction for injustice or evil on others. Second types of people seems wealth and fascination or illusory trap everything on this world and they are suspect about god exist.
Last Updated: December 28, 2012
Aasan Shuddhi Mantra or Purification Of Worship Seat
आसन शुद्धि मंत्र
किसी भी तरह की पूजा स्तुति और शुभारंभ से पहले जिस आसन पर आप विराजमान होना चाहते है उस पर बैठने से पहले नीचे दिए गए इस मंत्र से आसन को शुद्ध का लेना चाहिए | तथा पूजन करने के लिए आसन का शुद्ध होना अति आवश्यक है |
आसन शुद्धि:- आसन अर्थात वह स्थान जहाँ से आप परमपिता परमेश्वर के आराधना करते है, अतएव आसन का शुद्ध होना अत्यंत आवश्यक है | पूजा करने के आसन को शास्त्रों में उच्च स्थान का दर्जा प्राप्त है क्योकि यही आसन परमेश्वर से मनुष्य के जुडाव का हेतु है | अत: इस सेतु अर्थात आसन की शुद्धि होना अति आवश्यक है |
Mantra To Sanctification (Pavitrikarana)
पवित्रीकरण (शुद्धि) मंत्र
पवित्रीकरण का मंत्र सभी प्रकार कि पूजा, नित्य उपासना, संध्याकालीन स्तुति आदि में अति आवश्यक है और अशुद्धि से पूजा करना निषेध माना जाता है |
पवित्रीकरण:- पवित्रीकरण और शुद्धि का अर्थ स्वयं तथा वातावरण कि शुद्धि ही नहीं होता है, अपितु यह धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है | यथा जब आप कभी भी पूजा पाठ अथवा स्तुति करते है तो यह कल्पना करते है कि मंदिर (पूजा स्थान) स्वच्छ है और आप भी स्नानादि से निवृत होकर पाठ पूजन कर रहे और यही पवित्रीकरण है, यह उचित नहीं है |
Last Updated: August 27, 2012
The Glory of God's Chanting
भगवान का स्मरण और स्मरण रूपी अमृत की महिमा
भगवतस्मरण रुपी अमृत मानव के लिए कितना जरूरी है, इस विषय की चर्चा करने से पहले मैं यह बताना उचित समझाता हूँ की भगवत स्मरण-अमृत क्या है ?
आप के मन में विचार उठ रहे होंगे की इतनी सर्व साधारण बात को क्यों बताया जाता है, पर जरूरत बताने या समझाने की नहीं है, बल्कि उसको अपनाकर जीवन में उतरने की है | और भगवान का सतत संकीर्तन और नाम जप ही भागवत नाम अमृत कहलाता है | तथा भगवान नाम के स्मरण व नित्य चिंतन करने से मनुष्य के सभी पापों का सर्वथा नाश हो जाता है | अत: कहा गया है कि:-
हरिर्हरति पापानि दुष्टचित्तेरपिस्मृत: |
अनिच्छयाऽपि संस्पृष्टो दहत्येव ही पावक: ||
अर्थात:- जिस प्रकार अग्नि बिना इच्छा के स्पर्श करने पर भी जला देती है, उसी प्रकार भगवान नाम भी दुष्टजनों के द्वारा स्मरण करने पर उनके समस्त पापों को हर लेता है |
Last Updated: August 22, 2012
Significance Of God Worship & Satsang
सत्संग और प्रार्थना की महिमा तथा महत्व
बिनु सत्संग विवेक न होई |
राम कृपा बिनु सुलभ न सोई ||
Last Updated: August 19, 2012
Mantra to Getting True Devotion of God
भगवान की भक्ति प्राप्त करने हेतु मंत्र
In Hindi:-
अब प्रभु कृपा करहूँ एहिं भांती |
सब तजि भजन करहूँ दिन राती ||
Last Updated: July 8, 2012
Tulsi Mahatmya ( How useful The Ocimum tenuiflorum )
तुलसी महात्म्य ( तुलसी महत्व धार्मिक दृष्टि से )
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Tulsi |
शिला ताम्रं तथा तोयं शंखः पुरुषसूक्तकम् |
गन्धं घंटा तथा तुलसीत्यष्टाङ्गं तीर्थमुच्यते ||
उपर्युक्त हलायुद्ध ग्रन्थ के प्रमाणानुसार देवतीर्थ के आठ पदार्थों में तुलसी का होना परम आवश्यक है | बिना तुलसी के देवतीर्थ भी अपूर्ण है |
Last Updated: June 27, 2012
Morning Mantras (Morning prayer Mantras)
!! करदर्शनम !!
प्रात: काल उठकर बिस्तर पर बैठकर अपने दोनों हाथों का अवलोकन इस श्लोक को बोलकर करना चाहिए !
कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती !
करमूले तू गोविन्द: (ब्रह्मा:) प्रभाते कर दर्शनम !!
Last Updated: June 17, 2012
How to get Peace and Happiness in Life
!! विवेक चतुष्टय !!
नास्ति विद्या सम चाशुर्नास्ती सत्य समं तप: |
नास्ति राग समं दुह्खं नास्ति त्याग समं सुखम ||
इस निखिल विश्व में विद्या के समान दिव्य नेत्र नहीं है ,सत्य के समान किसी प्रकार का तप नही है क्रोध के समान कोई दुःख नही है और नही है त्याग के समान कोई परम सुख |
Last Updated: January 16, 2012
Mantra for Love and Devotion
Last Updated: December 23, 2011
Manas Siddha Mantras (RancharitManas Ke Mantras)
गोस्वामी तुलसीदास जी कृत रामचरितमानस के अति प्रभावशाली मंत्र:-
**पालनीय नियम**
मानस के दोहे-चौपाईयों को सिद्ध करने का विधान यह है कि किसी भी शुभ दिन की रात्रि को दस बजे के बाद अष्टांग हवन के द्वारा मन्त्र सिद्ध करना चाहिये। फिर जिस कार्य के लिये मन्त्र-जप की आवश्यकता हो, उसके लिये नित्य जप करना चाहिये।
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