वेदों और पुरानों में सूर्य देव को चराचर सृष्टि की आत्मा कहा गया है, समस्त ब्रह्माण्ड की आत्मा सूर्य ही है, पुराणों में सूर्यदेव को आदित्य, दिवाकर, भास्कर और तेजोमय आदि से भी संबोधित किया गया है | सूर्य देव की अनुपम कृपा से ही इस पृथ्वी पर जीवन है, और सृष्टि के तेज और प्रकाश को बनाये रखने में इनकी कृपा जगतविदित है |
अत: प्रातकाल सूर्यदेव को नमस्कार कारण चाहिए और आरोग्यमय जीवन देने हेतु प्रार्थना करनी चाहिए |
इस निखिल विश्व में विद्या के समान दिव्य नेत्र नहीं है ,सत्य के समान किसी प्रकार का तप नही है क्रोध के समान कोई दुःख नही है और नही है त्याग के समान कोई परम सुख |
Govind damodar stotra is the divine and devotional hymn of lord Krishna. It is singing by Krishna devotees and it is also called as balmukund astakam. You can chant this stotra to get a peaceful and happiness life.