मानसिक तथा आध्यात्मिक शक्तिदायक हनुमान मंत्र
Lord Hanuman |
श्री हनुमान ध्यान मंत्र:-
उद्यन्मार्तण्ड कोटि प्रकटरूचियुतं चारूवीरासनस्थं।
मौंजीयज्ञोपवीतारूण रूचिर शिखा शोभितं कुंडलांकम्
भक्तानामिष्टदं तं प्रणतमुनिजनं वेदनाद प्रमोदं।
ध्यायेद्नित्यं विधेयं प्लवगकुलपति गोष्पदी भूतवारिम॥
भावार्थ:-उदय होते हुए करोड़ों सूर्यों के समान तेजस्वी, मनोरम वीर तथा आसन में स्थित मुंज की मेखला और
यज्ञोपवीत धारण किए हुए कुंडली से शोभित मुनियों द्वारा बारम्बार वंदित, वेद नाद से
प्रहर्षित वानरकुल स्वामी, समुद्र को एक पैर में लांघने वाले देवता
स्वरूप, भक्तों को अभीष्ट फल देने वाले श्री रामभक्त हनुमान जी मेरी रक्षा
करें।
इस प्रकार हनुमान जी का ध्यान कर लेने के पश्चात श्री राम दरबार का ध्यान मन में करते हुए पूर्ण श्रृद्धा तथा आस्था रखकर मंत्रो में विश्वास करते हुए श्रृद्धा सहित मंत्र का जाप आरम्भ करना चाहिए | मंत्र इस प्रकार है:-
In Hindi:-
ॐ ह्राँ ह्रीं ह्रैं हनुमते श्री रामदूताय नमो नमः
ॐ नमो भगवते आञ्जनेयाय महाबलाय स्वाहा ||
In English:-
Ohm Hram Hrim Hraim Hanumate Shree Ramdutay Namo Namah:
Ohm Namo Bhagawate Aanjneyay Mahabalay Swaha ||
इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार अवश्य ही करना चाहिए तथा संभव हो सके तो प्रतिदिन संध्या कल में 21 बार इस मंत्र का जाप करने से मनुष्य कि सारी चिंताओ तथा पीडाओ को हनुमान जी हर लेते है तथा मानसिक तथा शरीरिक शांति प्रदान करते है |
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