Last Updated: July 13, 2012

Mantra for Shiva Puja

!! भगवान शिव की आराधना !!

In Hindi:-

ओम् त्रयम्बकं यजामहे, सुगन्धिम्पुष्टिवर्धनम् |
उर्वारुकमिव बन्धनात, मृत्युर्मुक्षीय मामृतात ||

In English:-

Ohm Trayambakam Yajamahe, SugandhimPushtiVardhanam |
    Urvarukmiva  Bandhanat, MrityurMukshiy Maamritat ||

इस मंत्र को अकाल मृत्यु से से छुटकारा पाने के लिए उपयोग में लिया जाता है और इसी मंत्र को ही हम ""महामृत्युंजय मंत्र" के नाम से जानते है | और दूसरे पहलू  से देखा जाये तो भगवान शिव को सृष्टि संहारक या संहारकर्ता भी कहा जाता है, तो अकालमृत्यु से बचने वाले तो भगवान शिव ही माने जाते है | अत: मनुष्य को चाहिए की भगवान शिव की आराधना करते वक्त इस मंत्र का जाप, काशी की तरफ मुख करके, आसन पर स्थित होकर,  पूर्ण रूप से समर्पित होकर करे | और जाप की कोई निश्चित सीमा निर्धारित नहीं है, कोई भी भक्त    
कितना भी जाप कर सकता है, या 21 बार नित्य स्मरण भी फलदायी माना जाता है | अत: कोई भी साधक इस मंत्र का जाप करके भगवान शिव की आराधना कर सकता है | 

(जय शिव शंकर )

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