भगवान के दर्शन प्राप्त करने के लिए
भक्त बछल प्रभु कृपानिधाना |
बिस्वबास प्रकटे भगवाना ||
In English:-
Bhakat Bachhal Prabhu Kripanidhana |
Bisvabas Prakate Bhagawana ||
यह मंत्र रामचरितमानस से उद्धृत है, रामचरितमानस में कहा गया है कि भगवान भक्त वत्सल है और कृपानिधान है, तथा भगवान अपने भक्तों के प्रेम के सागर में खो जाते है, और जो भक्तजन विश्वास और श्रृद्धा से उनको भजते है, तो भगवन ऐसे भक्त के विश्वास को कभी भी हानि नहीं पहुंचाते है |
(भगवद्गीता)
इसलिए कहा गया है कि :-
हरि व्यापक सर्वत्र समाना | प्रेम ते प्रकट होई मैं जाना ||
(रामचरितमानस)
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