Last Updated: August 7, 2012

Sita (Janaki) Gayatri Mantra

सीता (जानकी) गायत्री मंत्र

In Hindi:-
ओम् जनकजायै   विद्मिहे रामप्रियायै  धीमहि |
तन्नो: सीता  प्रचोदयात ||


ओम् सीं सीतायै नमः 
इति मूल मंत्र |

In English:-
Ohm Janakjaye Vidmahe Rampriyaye Dhimahi |
Tanno: Sita  Prachodayat || 

Ohm Seem Sitayai Namah:
Iti Mula Mantra |




भावार्थ:- हे जनकनंदिनी ! हे श्री राम प्रियाये, मुझ अनन्य और तुच्छ भक्त को भक्ति प्रधान करें और मुझे इस अंधकारमय जीवन से उजाले की ओर ले जाईये, और हे माता जगतजननी मैं आपको बारम्बार प्रणाम करता हूँ |

रामायण में माता सीता का काफी वर्णन मिलता है , और माता सीता जो कि मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम प्रभु की अर्धांगिनी है और धन की देवी लक्ष्मी का अवतार है और भगवान विष्णु उनके पति है |

साधकों को इस मंत्र का जाप कारण चाहिए और यज्ञ या हवन से पहले सभी देवी देवताओं के गायत्री मंत्र की आहुति जरूर लगानी चाहिए |

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